BJP ने की SS को घेरने की तैयारी
अंबरनाथ - अंबरनाथ नपा आम चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है. आगामी चुनाव में कुछ निर्दलीय प्रत्यासी के तौर अपना भाग्य आजमाने की तैयारी में जुट गए है. विगत ढ़ाई दशक से नपा में सत्तारूढ़ शिवसेना को इस बार अन्य राजनीतिक पाटिNयां अपने -अपने तरीके से घेरने में लग गई है, वहीं मौजूदा समय में शिवसेना अपने राजनीतिक विरोधी दलों की तुलना में पार्टी के भीतर की नाराजगी से परेशान नजर आ रही है. इच्छुकों ने होली के जरिए लोगों से संपर्क साधाना शुरू कर दिया है. अंबरनाथ नपा को १९७८ - ७९ के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री शरद पवार ने बर्खास्त कर दिया था, तब नपा अध्यक्ष प्रभाकर नलावडे के खिलाफ २३ लाख रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगा था. नलावडे कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीते थे. तब वह अपना ५ साल का कार्यकाल भी पूरा नहीं कर सके.
२३ वर्ष तक अंबरनाथ नपा प्रशासक के अधीन चली. इसमें कई वर्षों तक कल्याण मनपा का हिस्सा भी रहा अंबरनाथ. लंबे अंतराल के बाद साल १९९५ में नपा के आम चुनाव हुए तब से आज तक शिवसेना का वर्चस्व है. साल १९९५ के दौरान राज्य में भाजपा व शिवसेना युति की सरकार थी, तब नपा के चुनाव नपा की पुनर्रचना के बाद पहली बार हुए व युति का फॉर्मूला नपा में भी चला था, तब भाजपा के दादासाहब कांबले नपा अध्यक्ष बने थे व नपा में भी युति की सत्ता स्थापित हुई थी. लेकिन अब परिस्थितियां बिल्कुल बदल चुकी है. अब शिवसेना व भाजपा आमने -सामने होंगे. हाल ही में स्थानीय स्वानंद हॉल में भाजपा के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई गई .
बैठक में पूर्व मंत्री व भाजपा विधायक रविंद्र चव्हाण, भाजपा जिला अध्यक्ष शशिकांत कांबले, स्थानीय भाजपा नेता गुलाबराव करंजुले, पाटिल, शहर अध्यक्ष अभिजीत करंजुले व राजेश कौवठाले आदि की मौजूदगी में आयोजित पार्टी की बैठक में शिवसेना मुक्त अंबरनाथ' का नारा दिया गया. इस नारे से समझा जा सकता है कि भाजपा पूरी तैयारी के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी. होली के पर्व के माध्यम से इच्छुक उम्मीदवारों ने अपने - अपने वार्डों में शुभेच्छा के बोर्ड लगाए व कुछ नए ने होली मनाने के लिए अपने करीबियों को जमकर खिलाने - पिलाने का कार्यक्रम किया.