धुआंमुक्त होने के कगार पर पहुंचा ठाणे शहर
ठाणे - केंद्र सरकार के धुआंमुक्त योजना को ठाणे शहर में काफी सफलता मिलीहै। खसकर राशनिंग विभाग का कार्य इसको लेकर काफी उत्साही रहा है। खासकर केंद्र सरकार द्वारा गरीब महिलाओं को फ्री में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनेक्सन दिए जाने के कारण चूल्हों तथा स्टोव के कारण पैदा होनेवाले धुआं से शहर को मुक्ति मिली है। ठाणे की राशनिंग अधित्र्कारी सुरेखा चव्हाण का कहना है कि इस समय ठाणे शहर में ८२ हजार ६१२ लोगों के पास राशनकार्ड हैं। इनमें से केवल ६४६ परिवार ही रॉकेल से खाना बना रहे हैं। जिस कारण ठाणे शहर को धुआं से मुक्ति मिली है।
सबसे अहम बात है कि स्टोव पर खाना बनाने से महिलाओं को श्वसन संबंधी परेशानी होती है। साथ ही धुआं के कारण हवा में प्रदुषण का ग्राफ बढ़ता है। इसीत्र् को ध्यान में रखते हुए केंद्र की मोदी सरकार १ मई २०१६ को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की शुरुआत की थी। योजना के तहत गरीब महिलाओं को फ्री में गैस कनेक्शन देने का प्रावधान था। इसका काफी फायदा हुआ है। सुरेखा चव्हाण का कहना है कि ठाणे शहर के राशनिंग विभाग द्वारा उक्त योजना का लाभ गरीब दिलाने हेतु पहल की। शहर की गरीब महिलाओं को उक्त योजना का लाभ मिले चव्हाण ने जनजागृति अभियान चलाया। झोपड़पट्टी भत्रगों में इसके लिए शिविर का भी आयोजन किया गया। गरीब परिवारों को फ्री में राशनिंग अधिकारियों व कर्मचारियों ने गैस सुविधा उपलब्ध कराई। जिस कारण रॉकेल से मुक्ति मिल पाई। गत दो सालों में ५९ हजार ६७६ कार्डधारकों ने राशनिंग दुकानों से राकेल लेना बंद कर दिया।