मनपा बजट पर आर्थिक मंदी का असर
ठाणे - ठाणे महानगर पालिका के सालाना बजट पर आर्थिक मंदी का असर नजर आया है. पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ८१ करोड़ रूपए कम है. मनपा के प्रभारी आयुक्त राजेन्द्र अहिवर ने बुधवार को स्थाई समिति के समक्ष ४९.३० लाख रूपए का शेष सहित २०१९-२० का ३११० करोड़ का सुधारित और वर्ष २०२०-२१ का ३७८० करोड़ रूपए का मूल सालाना बजट पेश किया. जबकि पिछले वर्ष ३८६१.८८ करोड़ का है.
स्थाई समिति सभापति राम रेपाले के समक्ष पेश किये गए इस बजट में 'विकास का ठाणे' के रूप में पहचान बना चुके ठाणे मनपा के इस सालाना बजट से ठाणे करों को निराशा हाथ लगी है. क्योंकि इस बार भले संपत्ति कर में कोई वृद्धि नहीं की गई लेकिन पानी का दर वृद्धि का बोझ जरुर ठाणे करों पर लादा गया है. मनपा के इस सालाना बजट में ५० से ६० फीसदी तक दर वृद्धि प्रस्तावित किया गया है. लेकिन इसके साथ है कुछ नई परियोजनाओं को इस वर्ष शुरू किया जाने वाला है. जिसमें मुख्य रूप से हज हाऊस, एलआरटी, क्लस्टर योजना के लिए ट्रांजिट कैंप का निर्माण करने और शहर को प्रदुषण से मुक्ति दिलाने जैसे योजनाओं का समावेश है. गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में मनपा ने कई नई योजनाओं के चलते मनपा पर करीब ३३०० करोड़ का लाय बेल्टी आया हुआ है. इसलिए इस बार अन्य किसी भी नई योजनाओं की घोषणा किये बिना राजस्व के खर्च पर नियंत्रण रखते हुए पूंजीगत व्यय के लिए निधि उपलब्ध हो इसके लिए मनपा प्रशासन की तरफ से प्रयास किया जाने वाला है. लेकिन इन सभी योजनाओं को क्रियान्वित करते हुए मनपा आयुक्त संजीव जायसवाल द्वारा पिछले साल लिए गए अभिन्न योजना जैसे हैप्पी नेक्स इंडेक्स प्रकल्प, खारे पानी को पिने के पानी के लिए उपयोग में लाने की योजना, ५०० फुट के घरों को कर माफ़ी जैसे महत्वपूर्ण परियोजनाओं को इस बजट में जगह नहीं दिया गया है.