प्रॉपर्टी खरीददारों को चुकाना पड़ रहा अतिरिक्त मुद्रांक

मंथन संवाददाता/भिवंडी  
 सरकारी कहावत है कि नागरिकों को सरकार कोई भी लाभ बारंबार धरना, आंदोलन के बाद देती है. बावजूद अगर सरकार को लेना होता है तो चुपचाप नागरिकों की जेब में रखा पैसा भी निकाल लेती है जो सबको पता भी नहीं लगता है. महाविकास आघाडी सरकार का ऐसा ही कारनामा भिवंडी में दिखाई पड़ने लगा है. ठाणे-भिवंडी-कल्याण तक जाने वाली मेट्रो रेल प्रकल्प- ५ के लिए अभी भिवंडी से गुजरने वाले मेट्रो प्रकल्प के रूट को लेकर ही संभ्रम व्याप्त है, वहीं महाविकास आघाडी सरकार ने ३ जनवरी २०२० से प्रॉपर्टी खरीददारों से १ज्ञ् अतिरिक्त सेस मुद्रांक के तौर पर वसूलना शुरू कर दिया है. इतना ही नहीं सरकार का फैसला है कि विगत ६ माह पूर्व अर्थात १० जुलाई २०१९ से खरीदी गई तमाम प्रॉपर्टी के खरीददारों से भी सेस वसूल कर राजस्व खजाने में जमा किया जाए. महाविकास आघाड़ी की अलोकप्रिय कार्यप्रणाली से भिवंडीकरों में असंतोष व्याप्त है.गौरतलब हो कि मेट्रो रेल परियोजना-५ ठाणे से शुरू होकर भिवंडी कल्याण तक जाने वाली है. मेट्रो रेल परियोजना का टेंडर कार्य ठाणे से अंजुरफाटा तक होने के उपरांत कालम डाले जाने का कार्य तेजी से शुरू है जो काल्हेर स्थित  होली मेरी इंग्लिश मीडियम स्कूल तक पहुंच चुका है. भिवंडी शहर से गुजर रहे ठाणे- भिवंडी-कल्याण मेट्रो रेल मार्ग निर्माण को लेकर महाविकास आघाडी सरकार का आश्चर्यजनक कारनामा सामने आया है.  मेट्रो रेल परियोजना के लिए नोंदणी महा निरीक्षक मुद्रांक नियंत्रक महाराष्ट्र राज्य पुणे के आदेश पर सह नोंदणी महानिरीक्षक तथा मुद्रांक अधीक्षक (मुख्यालय पुणे) ज्ञानेश्वर खिलाड़ी नें ३० जनवरी २०२० को नोंदणी उप महानिरीक्षक व मुद्रांक उप नियंत्रक ठाणे को पत्र भेजकर नागरी परिवहन प्रकल्प ठाणे से भिवंडी कल्याण मेट्रो प्रकल्प के लिए १ज्ञ् मुद्रांक शुल्क अधिभार वसूली किए जाने का आदेश दिया है. 


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