अस्पतालों में डॉक्टरों की मनमानी
भिवंडी - मुंबई-नासिक महामार्ग स्थित टाटा आमंत्रा के बगल कोरोना मरीजों के उपचार हेतु शासन द्वारा बनाए गए क्वारंटीन सेंटर में कार्यरत डाक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों की भ्रष्ट कार्यप्रणाली का पर्दाफाश हुआ है. क्वारंटीन सेंटर से बाहर निकले कई मरीजों ने बताया कि सेंटर में मिलने वाला खाना, नाश्ता बेहद घटिया तरीके का है व साफ-सफाई पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी लोगों पर कोई ध्यान नहीं देते अपितु सुविधा के नाम पर पैसों की डिमांड करते रहते हैं.
भिवंडी मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर द्वारा सेंटर की जिम्मेदारी अनुभवहीन डॉक्टर राजकुमार शर्मा को सौंपी गई है, जो आरोग्य अधिकारियों की टीम में सबसे जूनियर है. मरीजों का आरोप है कि क्वारंटीन सेंटर में पैसा चुकाए बगैर बाहर भी आने नहीं दिया जा रहा है. जनप्रतिनिधियों की सांठगांठ से १४ दिन की मियाद के पूर्व ही पैसा लेकर डॉक्टर लोगों को बाहर निकाल देते हैं. मनपा विरोधी पक्ष नेता श्याम अग्रवाल ने क्वारन्टीन सेंटर के डॉक्टरों पर पैसे का लेन देन का खुला आरोप भिवंडी दौरे पर आए विधान परिषद विरोधी पक्ष नेता प्रवीण दरेकर से भी किया था. शिकायत के बाद प्रवीण दरेकर में मनपा आयुक्त को जांच का आदेश दिया गया है. मनपा आयुक्त आष्टीकर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच किए जाने का भरोसा दिया है. गौरतलब हो कि भिवंडी मनपा द्वारा मुंबई नासिक महामार्ग स्थित आमंत्रा इमारत के बगल क्वारन्टीन सेंटर बनाया गया है. उक्त सेंटर में कोरोना पॉजिटिव संपर्क में आए लोगों को उपचार हेतु रखा जाता है.