बारिश में बनेगा धोकादायक इमारतों का मुद्दा

उल्हासनगर - उल्हासनगर की सेंकडों धोकादायक इमारतें जो खाली करवाई या फिर सील की गई हैं, इन इमारतों को खुद रिपयर किया जा सके व इस काम को करने में मनपा इमारतवासियों को रिपेयरिंग की परमिशन जल्दी दे,  ऐसी मांग हर बार की जाती रही है. लेकिन हाल ही में मनपा द्वारा धोखादायक बिल्डिंगों को खद से तोड़ लेने संबंधी दी गई नोटिस से लोगों में नाराजगी व्याप्त है.



लॉकडाउन के समय में २८ मई २०२० के दिन उल्हासनगर की अनेकों धोकादायक इमारतों को नोटिस उल्हासनगर महानगरपालिका चिपकायी गयी है व नोटिस में स्पष्ट लिखा है कि आपकी इमारत को आप स्वयं निष्कासन कर लें, यदि ऐसा नगरपालिका नहीं किया गया तो ७ दिन बाद मनपा उसे निष्कासन करेगी तो उसका सारा खर्च फ्लैटधारकों से वसूला जाएगा. उल्हासनगर पहली बात तो यह है कि अधिकतर इमारतें सील हैं, उनके रहिवासी कहीं और जगह रहते हैं उन्हें पता ही कैसे चलेगा कि इमारत में चुपचाप नोटिस चिपकायी गयी है. जैसे तैसे कुछ इमारतवासियों को पता चला तो चर्चाओं का बाज़ार गर्म हुआ. सभी लोगों ने ध्यान देना शुरू किया, उतने में उल्हासनगर मनपा द्वारा कुछ इमारतों को दूसरी नोटिस ३ जून २०२० को चिपकायी गयी, जिसमें लिखा था कि आप अपनी इमारत को किसी स्थापत्य अभियंता आर्किटेक्चरल इंजीनियर को दिखाइए और इमारत को खुद ही रिपेयर करवा लें.


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