पैसे के अभाव में भटकता रहा मरीज
मंथन संवाददाता/ठाणे
ठाणे महानगर पालिका की ओर से शहर स्थित पांचपखाड़ी परिसर में मनपा की ओर से गरीबों के उपचार के लिए एक अस्पताल बनाने के लिए ट्रस्ट को भूखंड दिया गया था।लेकिन उक्त अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती ८५ वर्षीय वृद्ध का २१ हजार रुपये अस्पताल का बिल नही चुकाने के वजह से पूरी रात भटकना पड़ा।दूसरे दिन सगे संबंधियों से लेन देन कर बिल जमा करने के बाद अस्पताल से शाम को छोड़ा गया।अस्पताल के इस घिनौने करतूत के प्रकरण को भाजपा के वरिष्ठ नगरसेवक नारायण पवार ने मनपा आयुक्त विजय सिंघल को अस्पताल के विरुद्ध में पत्र दिया है।
कोरोना वायरस के उपचार के लिए मनपा के द्वारा घोषित अस्पताल में वृद्धा को इलाज के लिए भर्ती किया गया था।लेकिन वृद्धा के परिवार का आर्थिक स्थिति ठिक नहीं होने के कारण ट्रस्ट के कोटे में इलाज चल रहा था। इसके बावजूद भी २१ हजार रुपये का बिल अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों को दिया था और मरीज पर अहसान जताने की भी बात कह दिया नही तो ६४ हजार बिल होता। इसके बाद में परिजनों को कहा गया की बिल जमा नहीं करने पर घर नहीं जाने दिया जाएगा।रात भर अस्पताल में मरीज व परिजनों को भूखों रहना पड़ा। नगरसेवक पवार ने मांग की है कि मरीज के साथ में किये घिनौने हरकत का तत्काल जांच करें और अस्पताल में लगें सीसीटीवी फुटेज को अपने ताबे में ले और मनपा के भूखंड को वापस लेने के लिए कार्रवाई शुरू किया जाए।