स्ट्रक्चरल ऑडिट खोलेगा घटिया सड़क निर्माण का राज
स्ट्रक्चरल ऑडिट खोलेगा घटिया सड़क निर्माण का राज
ठाणे । ठाणे मनपा अंतर्गत दिवा प्रभाग समिति में दो सड़कों का निर्माण किया जा रहा है । हाल ही में दिवा साबेगांव सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार किए जाने की बात सामने आई थी। साथ ही इस सड़क का निर्माण घटिया स्तर का किया जा रहा था। जिसको लेकर भाजपा पदाधिकारियों ने विरोधी आवाज बुलंद की थी। ठाणे मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा ने बनाए गए सड़कों को तोड़कर नई सड़क बनाने का निर्देश दिया। अब इस मामले को लेकर भाजपा के ठाणे शहर जिला उपाध्यक्ष नीलेश पाटिल ने आयुक्त डॉ शर्मा को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि दिवा में बनाई जा रही सड़कों का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जाए। यदि ऑडिट रिपोर्ट से खामियां नजर आती है तो ठेकेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए । इसके साथ ही इस मामले से संबद्ध मनपा अधिकारियों पर भी विभागीय कार्रवाई हो। ऐसी मांग करते हुए पाटिल ने कहा है कि दिवा में दिवा साबेगांव रोड ही नहीं बल्कि दिवा आगासन रोड भी घटिया दर्जे का है। जिसको लेकर समय-समय पर भाजपा विरोध दर्शाती रही है । पाटिल का कहना है कि ठाणे मनपा आयुक्त ने अपने आदेश देकर इस बात को प्रमाणित कर दिया है कि दिवा साबेगांव रोड घटिया दर्जे का बनाया जा रहा था । ऐसी स्थिति में अन्य सड़कों का भी स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जाना बहुत जरूरी है। तब जाकर ही दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा। उन्होंने मांग की है कि स्ट्रक्चरल ऑडिट का काम मुंबई आय आय टी या फिर किसी अन्य सरकारी मान्यता प्राप्त तकनीकी संस्थानों से करवाई जाए।
पाटिल का कहना है कि मुंबई आईआईटी या वीजेटीआई द्वारा दिवा के कंक्रीट सड़कों का ऑडिट स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जाता है तो निश्चित तौर पर किए गए घपले का पर्दाफाश होगा। उनका कहना है कि घटिया सड़क निर्माण को लेकर कभी भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुंह भी नहीं खोली। जिसको लेकर इसके पहले बहुत सारी बातें सामने आ चुकी है। लेकिन अब पुरानी बातों को भूल कर कंक्रीट सड़कों के निर्माण कार्य पर उठे सवाल के बाद स्ट्रक्चरल ऑडिट कराया जाना प्रशासनिक स्तर पर आवश्यक हो गया है । पाटिल ने मांग की है कि यदि स्ट्रक्चरल ऑडिट के बाद भ्रष्टाचार का खुलासा हो जाता है तो ठेकेदार द्वारा जमा की गई अनामत राशि जप्त कर ली जानी चाहिए। इतना ही नहीं ऐसे जालसाज ठेकेदार को मनपा प्रशासन काली सूची में नाम डालें । भाजपा उपाध्यक्ष पाटिल ने इसके साथ ही मांग की है कि सड़क निर्माण के दौरान ठाणे मनपा के अधिकारियों ने भी अपने दायित्व का निर्वाह ईमानदारी के साथ नहीं किया है। जिस कारण साबे गांव रोड घटिया दर्जे का बनाया गया था। आज प्रशासन को आर्थिक क्षति उठानी पड़ी है। उसमें अधिकारियों का भी योगदान है । इससे इनकार नहीं किया जा सकता है । पाटिल ने ठाणे मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा से मांग की है कि विभागीय स्तर पर अधिकारियों के कार्यकलापों की भी जांच कर उनके खिलाफ कठोर प्रशासनिक कार्यवाही की जाए।