लुटेरा बन चुकी है शहर की गैस एजेंसियां
लुटेरा बन चुकी है शहर की गैस एजेंसियां
ठाणे। महंगाई की मार और कोरोना के वार से अभी भी लोग मुक्त नहीं हो पाए हैं । ऐसी विषम परिस्थिति में जहां सामान्य नागरिक आर्थिक परेशानी से जूझ रहे हैं तो वही घरेलू गैस उपभोक्ताओं को एजेंसी वाले लूट रहे हैं । इस मामले का पर्दाफाश कांग्रेस ओबीसी विभाग के ठाणे शहर जिला अध्यक्ष राहुल पिंगले ने किया है। उनका कहना है कि ऑनलाइन गैस बुक कराने के बाद भी एजेंसी वाले सिलेंडर पहुंचाने पर अतिरिक्त पैसे की उगाही कर रहे हैं । इस संवेदनशील मामले को लेकर पिंगले ने अन्य कांग्रेस पदाधिकारियों को साथ लेकर गैस एजेंसी वालों के पास गए तथा इस संदर्भ में पूछताछ की।
एक तो सरकार लगातार गैस सिलेंडर के कीमतों में वृद्धि करती रही है । इतना ही नहीं गैस पर दी जाने वाली सब्सिडी भी बंद है । उसके बाद भी गैस एजेंसी वालों द्वारा गैस उपभोक्ताओं से ऑनलाइन बुकिंग के बाद भी अतिरिक्त पैसे की उगाही की जा रही है । जो चिंता का विषय है। अतिरिक्त पैसे की उगाही को लेकर कांग्रेस ओबीसी विभाग अध्यक्ष राहुल पिंगले सीधे गैस एजेंसी कार्यालय पहुंचे और संबद्ध लोगों से अवैध उगाही के बारे में सवाल किए।
पिंगले का कहना है कि एक गैस उपभोक्ता ने गत 16 अगस्त को गैस सिलेंडर ऑनलाइन बुक किया था। तथा उन्होंने ₹34 50 पैसे की अदायगी भी ऑनलाइन कर दी। बीपीसीएल से इस पेमेंट को लेकर मैसेज भी आ गया। इसके बाद 17 अगस्त को गैस सिलेंडर लेकर जब एजेंसी के कर्मी पहुंचे तो उन्होंने ₹25 की अतिरिक्त उगाही की। उन्होंने कहा कि सिलेंडर की कीमत बढ़ गई है। इसीलिए वे अतिरिक्त पैसे ले रहे हैं । जबकि गैस पावती पर 834 रुपैया 50 पैसा ही अंकित था। उस रकम के नीचे ₹25 नोट किया गया था।
दूसरी ओर पिंगले का कहना है कि नियमानुसार सिलेंडर बुक यदि ऑनलाइन किया जाता है तो बुक होने के बाद बढी हुई रकम की वसूली नहीं की जा सकती है। यदि गैस की बढ़ी हुई कीमत की वसूली की भी जाए तो इसे मूल कीमत में जोड़ा जाना आवश्यक है। ताकि उस रकम पर सीजीएसटी व एसजीएसटी लग सके। लेकिन गैस एजेंसी वाले वसूली गई रकम को मूल कीमत के साथ नहीं जोड़ते। यह काम गैस उपभोक्ताओं को चूना लगाने जैसा है और यह पैसे सीधे पॉकेट में जाते हैं। ऐसे सवाल गैस एजेंसी वाले से पिंगले ने किया । इस अवसर पर इंटक अध्यक्ष सचिन शिंदे,श्रीकांत गाडीलकर,सागर लबडे आदी पदाधिकारी उपस्थित थे।