बकाया बिलों से बढ़ा महावितरण का सिरदर्द
बकाया बिलों से बढ़ा महावितरण का सिरदर्द
ठाणे। विभिन्न परेशानियों के बावजूद भी महावितरण के भांडुप परिमंडल द्वारा लगातार बिजली उपभोक्ताओं को नियमित तौर पर बिजली आपूर्ति की जा रही है। लेकिन इसके बाद भी उपभोक्ता बकाया 565.67 करोड़ के बकाया बिलों के भुगतान को लेकर पूरी तरह निष्क्रिय है। जिस कारण महावितरण को वित्तीय परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
उपभोक्ताओं पर 565.67 करोड़ बकाया
महावितरण के भांडुप परिमंडल के मुख्य अभियंता सुरेश गणेशकर ने एक बार फिर उपभोक्ताओं से अपील की है कि वह बकाया बिलों का भुगतान तत्परता के साथ करें। अन्यथा महावितरण की परेशानी और भी बढ़ सकती है। जिस कारण महावितरण को कठोर कदम उठाने के लिए बाध्य होना पड़ सकता है । ऐसी चेतावनी गणेशकर ने बिजली उपभोक्ताओं को दी है। जो बकाया बिलों का भुगतान नहीं कर रहे हैं। महावितरण अधिकारी और कर्मचारी ग्राहकों को उत्कृष्ट सेवा प्रदान करते रहे हैं। हालांकि, उनके काम को ग्राहकों से वांछित प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है। उन्हें बिजली सेवा प्रदान करने के साथ-साथ बिजली बिलों की वसूली के लिए भी काम करना पड़ता है। गणेशशंकर का कहना है कि बिजली उपभोक्ताओं के पास चालू वर्ष के अगस्त माह तक 565.67 करोड़ का बकाया है। इसकी वसूली की जानी है। इस समय भांडुप अंचल के मुख्य अभियंता सुरेश गणेशकर के मार्गदर्शन में तीनों मंडलों में बिजली बिल की वसूली के लिए जोरदार अभियान चलाया जा रहा है और बकाया ग्राहकों को बिजली आपूर्ति खंडित की जा रही है।
"कोरोना काल में बिजली बिल संग्रह धीमा था। उपभोक्ताओं को चरणों में अपने बिजली बिलों का भुगतान करने की अनुमति दी गई थी। हालांकि, कई ग्राहकों ने मार्च 2019 से अपने बिजली बिलों का भुगतान नहीं किया था। इन बातों का जिक्र करते हुए भांडुप परिमंडल के मुख्य अभियंता सुरेश गणेशकर का कहना है कि बढ़ते बकाया ने महावितरण की वित्तीय स्थिति को खराब कर दिया है। दैनिक खर्चों के लिए बिजली बिल की तत्काल वसूली की आवश्यकता है,। मुख्य अभियंता ने चेतावनी दी है कि अवैध रूप से बिजली का उपयोग करने वाले ग्राहकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।