करोड़ों के गड्ढा भ्रष्टाचार को दबाने की कोशिश में जुटी है सत्ताधारी शिवसेना


 करोड़ों के गड्ढा भ्रष्टाचार को  दबाने की कोशिश में जुटी है सत्ताधारी शिवसेना

ठाणे। ठाणे शहर में गड्ढा भरने के नाम पर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया गया है । आज उसी का परिणाम है कि शहर की तमाम सड़कें गड्ढे में तब्दील हो चुकी है। ऐसे गंभीर आरोप लगाते हुए भाजपा विधायक संजय केलकर और भाजपा ठाणे शहर जिला अध्यक्ष निरंजन  डावखरे ने कहां है कि किए गए भ्रष्टाचार को दबाने की हर संभव कोशिश सत्ताधारी दल शिवसेना द्वारा की जा रही है । आज उसी का परिणाम है कि भ्रष्टाचार की परत खुले नहीं उसे रोकने के लिए ही कागजी कार्रवाई की गई है।  दोनों भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि भ्रष्ट ठेकेदारों को सत्ताधारी पक्ष का खुला संरक्षण प्राप्त है।  इस कारण भ्रष्टाचार करने वाले रोड ठेकेदारों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है। विदित हो कि दोनों भाजपा नेता की अगुवाई में मंगलवार को भाजपा पदाधिकारियों, नगरसेवक कॉम और कार्यकर्ताओं ने ने ठाणे शहर की बदहाल सड़कों का निरीक्षण पैदल चलकर किया। इसी दौरान केलकर और डावखरे ने सत्ताधारी दल शिवसेना पर कई गंभीर आरोप लगाए।

भाजपा नेताओं ने लगाया सनसनीखेज आरोप
शहर  की सड़कों पर निकले गड्ढे की पोल खोल करने केलकर और डावखरे सड़कों पर उतरे और बदहाल सड़कों का निरीक्षण किया।  इस दौरान ठाणे मनपा में भाजपा गटनेता मनोहर डुंबरे, नगरसेविका प्रतिभा मढवी, महिला आघाडी शहराध्यक्षा व नगरसेविका मृणाल पेंडसे, महासचिव मनोहर सुखदरे,  शहर उपाध्यक्ष राजेश मढवी, भाजयुमो शहराध्यक्ष सारंग मेढेकर  के साथ ही अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी शामिल थे । भाजपा की इस टीम ने तीन हाथ नाका, ज्ञानेश्वर नगर नाका, बाळकुम-कापूरबावडी रस्ता, घोडबंदर रोडवरील आनंद नगर सिग्नल व कासारवडवली सिग्नल, कळवा, मुंब्रा  आदि भागो के सड़कों का निरीक्षण किया । साथ ही आम नागरिकों से संवाद भी साधे। इस दौरान संजय केलकर ने कहा कि सत्ताधारी शिवसेना  33 करोड़ खर्च कर थीम पार्क का उपहार देने का दावा करती रहती है । आज यही शिवसेना थाने एक अच्छी सड़क देने में भी समर्थ नहीं है । और सड़क दुरुस्ती के नाम पर जो करोड़ों की रकम खर्च की जा रही है , वह रकम किसके जेब में जा रही है । और इस बात का खुलासा सत्ताधारी दल नहीं कर सकता है।  ऐसी बात केलकर ने कही है । दूसरी ओर केलकर और डावखरे ने हाथ में कुदाल और फावड़ा लेकर सड़कों पर निकले गड्ढों की जांच पड़ताल की।  साथ ही भरे गए गड्ढों की मजबूती का भी जायजा दोनों नेताओं ने लिया। इस दौरान देखा गया कि किसी भी काम में गुणवत्ता का स्तर बहुत घटिया है।

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

शिवशांति प्रतिष्ठान द्वारा मनाया गया महाशिवरात्रि का पावन पर्व

ध्वनि और जयकारों से पूरा इलाका हुआ शिवमय

रामभाऊ म्हाळगी व्याख्यानमाला के आधारस्तंभ अच्यूतराव वैद्य का निधन