राकांपाई मुंब्रा को कर रहे गुमराह
राकांपाई मुंब्रा को कर रहे गुमराह
सिद्दीकी का सनसनीखेज आरोप
ठाणे। मुंब्रा में इस समय एनसीपी और एम आई एम के बीच जोरदार नूरा कुश्ती चल रही है । जहां एनसीपी के लोग झूठी बयानबाजी कर वाहवाही बटोर रहे हैं तो वही एम आई एम के नेता उसका पोल खोल कर रहे हैं । इसी क्रम में एम आई एम के वरिष्ठ नेता जावेद सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि मुंब्रा कौसा के लोगों को राकांपा वालों ने गुमराह किया है।अस्थाई स्लॉटर सेंटर के नाम पर तो उन्होंने हद ही पार कर दी है ।
झूठी बयानबाजी के कारण आज 11 लोगों पर मामले भी दर्ज किए गए हैं। इस बात का जवाब एम आई एम मांग रही है । जावेद सिद्दीकी ने इस बात का भी भंडाफोड़ किया है कि ठाणे मनपा प्रशासन ने बकरीद के दौरान मुंब्रा में अस्थाई स्लॉटर हाउस खोलने का परमिशन ही नहीं दिया था। लेकिन इसके बाद भी राकांपा के नेता और पदाधिकारी मीडिया में फोटो छपवा कर वाहवाही लेते रहे । यह चिंता का विषय है। इस संदर्भ में एम आई एम नेता जावेद सिद्दीकी का कहना है कि यह गंभीर मामला है । जिस तरह बकरीद के दौरान मुंब्रा कौसा के लोगों को गुमराह कर कहा गया कि प्रशासन ने यहां स्लॉटर सेंटर अस्थाई तौर पर खोलने की इजाजत दे दी है। इसी सार्वजनिक बयानबाजी पर विश्वास करते हुए मुंब्रा के आम लोगों ने कुर्बानी दी और स्लॉटर सेंटर खोलें । ऐसे 11 लोगों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की गई है । सिद्दीकी ने यहां तक कहा कि ठाणे मनपा में विरोधी पक्ष नेता शानू पठान इस स्थिति के लिए जिम्मेदार है । उन्होंने यहां के लोगों को गुमराह किया है । उसी का परिणाम है कि आज 11 लोगों को प्रशासनिक कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है । यह चिंता का विषय है कि आखिर किस आधार पर पठान ने यहां के लोगों को आश्वस्त किया कि प्रशासन ने मुंब्रा में बकरीद के दौरान अस्थाई स्लॉटर सेंटर खोलने की अनुमति दी है । आज जिन 11 लोगों पर प्रशासनिक कार्रवाई की गई है उसके लिए पूरी तरह शानू पठान जिम्मेवार है । और इस बात की गवाही प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भी दे रहा है। जिसमें उन्होंने उक्त दावे किए थे । जावेद सिद्दीकी का कहना है कि बकरीद के दौरान अस्थाई स्लॉटर सेंटर खोले जाने को लेकर जब ठाणे मनपा प्रशासन से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने सारी स्थिति स्पष्ट कर दी है । ठाणे मनपा के पशुवैद्यकीय विभाग के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि मुंब्रा में बकरीद के दौरान अस्थाई स्लॉटर सेंटर खोलने की अनुमति ही नहीं दी गई थी। इस स्थिति में भ्रम फैलाने वालों के खिलाफ निश्चित तौर पर पुलिसिया और प्रशासनिक कार्रवाई होनी चाहिए । जावेद सिद्दीकी का कहना है कि इस बारे में उन्होंने ठाणे पुलिस आयुक्त जयजीत सिंह को भी निवेदन दिया है। जिसमें आग्रह किया गया है कि दोषी लोगों के खिलाफ कारवाई की जाए । जिन्होंने गलत जानकारी देकर मुंब्रा के लोगों को गुमराह किया है । एम आई एम नेता जावेद सिद्दीकी के इस रहस्य उद्घाटन के बाद राकांपा खेमे में खलबली मच गई है। राकांपा समर्थकों का कहना है कि जावेद सिद्दीकी भाजपा के दलाल है । इस टिप्पणी पर अपनी तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए जावेद सिद्दीकी ने कहा कि एम आई एम तो भाजपा का दलाल नहीं है, लेकिन राकांपा अवश्य भाजपा का दलाल रही है । एम आई एम पर आरोप लगाने वाले लोग इस बात का जवाब देगा कि किस हैसियत से उन्होंने भाजपा के साथ महाराष्ट्र में 3 दिनों की सरकार बनाई थी। इसका जवाब मुंब्रा के किसी भी राजनीति चेहरे के पास नहीं है । लेकिन यहां के स्थानीय नेता जिस तरह आम लोगों को गुमराह कर रहे हैं वह चिंता का विषय है।
जावेद सिद्दीकी का कहना है कि राजनीतिक स्टंटबाजी के कारण ही आज 11 लोगों को प्रशासनिक कार्रवाई का सामना करना पड़ रहा है । ठाणे मनपा में विरोधी पक्ष नेता और नगरसेवक शानू पठान को इसका जवाब देना चाहिए कि उन्होंने किस आधार पर सार्वजनिक तौर पर मीडिया के सामने वाहवाही लूटी थी कि बकरीद के दौरान अस्थाई स्लॉटर सेंटर खोलने की प्रशासनिक अनुमति मिल गई है । इतना ही नहीं स्लॉटर सेंटर खोलने के पहले एक मीटिंग भी हुई थी जिसमें शानू पठान ने कई विभागों के अधिकारियों को आमंत्रित भी किया था। उस बैठक के बाद भी पठान ने इस बात की घोषणा की थी कि स्लॉटर सेंटर खोलने का परमिशन मनपा प्रशासन की ओर से मिल गया है। इसी स्टंटबाजी का मुंब्रा के 11 लोग शिकार हुए । एम आई एम नेता जावेद सिद्दीकी ने राकांपा नेताओं को चुनौती देते हुए कहा है कि यदि उनमें जरा भी राजनीतिक शालीनता और मर्यादा बची है तो वे 11 लोगों के खिलाफ दर्ज मामले वापस करवाएं। अन्यथा वे ठाणे पुलिस आयुक्त से इस बात की शिकायत करेंगे कि इस पूरे प्रकरण की विभागीय आधार पर पुलिस अधिकारी जांच करें । साथ ही पुलिस इसकी भी जांच करें कि किस आधार पर राकांपा नेताओं और पदाधिकारियों ने मुंब्रा के लोगों को धार्मिक उत्सव के दौरान गुमराह किया। यदि मुंब्रा में स्लॉटर सेंटर खोलने की प्रशासनिक अनुमति नहीं मिली तो इसके बाद भी स्वेटर सेंटर खोलने के परमिशन मिल जाने का दावा करने वाले के खिलाफ निश्चित तौर पर प्रशासनिक कार्रवाई होनी चाहिए। जावेद सिद्दीकी का कहना है कि राकांपा वालों ने जिस तरह मुंब्रा कौसा के लोगों को गुमराह कर परेशानी में डाला है उससे आम नागरिकों का चिंतित होना स्वाभाविक है।