गड्ढे के नाम पर निर्दोषों को बनाया जा रहा है बलि का बकरा

 

गड्ढे के नाम पर निर्दोषों को बनाया जा रहा है बलि का बकरा


ठाणे। ठाणे शहर में गत एक महीने से भी अधिक समय से गड्ढों को लेकर राजनीतिक विरोध और आंदोलनों का सिलसिला जारी है।  लेकिन इसके बाद भी ठेकेदार हो या संबद्ध अधिकारी उसके खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई । सबसे अधिक चिंता की बात है कि स्वयं ठाणे जिले के पालक मंत्री एकनाथ शिंदे गड्ढों को लेकर ढेर सारी बयानबाजी तो कर रहे हैं, लेकिन अब तक किसी भी दोषी ठेकेदारों और ऊंचे ओहदे के पदाधिकारियों के खिलाफ उन्होंने कार्रवाई करने की भी पहल नहीं की। जबकि ठाणे मनपा के निर्दोष अधिकारियों पर कार्रवाई गड्ढे की आड़ में किया गया है।  यह हर स्तर पर निंदनीय पहलू है । इस तरह के सनसनीखेज आरोप प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य मिलिंद खराडे  ने लगाया ।
साथ ही कहा है कि गड्ढे के नाम पर ठाणे शहर में निर्दोषों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है । इसे साफ हो रहा है कि मामला अवश्य दाल में काला जैसा हो गया है । उपरोक्त बातों का जिक्र करते हुए कांग्रेस के प्रदेश कमेटी सदस्य मिलिंद खराडे  का खाना है कि निर्दोषों के खिलाफ प्रशासनिक स्तर पर जो कार्यवाही हो रही है , वह चिंता का विषय है।इसी क्रम में उन्होंने वर्तकनगर और उथलसर प्रभाग समिति के अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर भी सवाल उठाया है।  उनका कहना है कि उथलसर और वर्तक नगर में सड़कों पर गड्ढे की समस्या नहीं के बराबर है।  फिर भी यहां के पदाधिकारियों को के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जबकि घोड़बंदर परिसर के अंतर्गत आने वाली तमाम सडके जो मजीवाड़ा मानपाडा प्रभाग समिति अंतर्गत आती है वहां गड्ढों की भरमार है।  लेकिन इस प्रभाग समिति में सेवारत अधिकारियों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई नहीं कर उन्हें राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर पर जीवनदान दिया है।  मिलिंद खराडे ने उपरोक्त बातों का जिक्र करते हुए कहा है कि ठाणे  ने  गड्ढों का शहर होने का जो कीर्तिमान स्थापित किया है उसके लिए ठाणे के प्रशासनिक अधिकारी और सत्ता से जुड़े लोगों को धन्यवाद दिया जाना चाहिए । लेकिन इतना होने के बावजूद भी  सड़क  ठाणे मनपा के स्वामित्व की हो या एमएसआरडीसी की सड़कें पूरी तरह गड्ढामय बन चुकी है ।लेकिन ठाणे जिले के पालक मंत्री और राज्य के शहरी विकास मंत्री होने के बावजूद भी एकनाथ शिंदे ने बड़े ठेकेदारों और ऊंचे  पदों पर आसीन अधिकारियों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाई करने का संकेत तक नहीं दिया।  इस स्थिति में सबसे अधिक चिंता की बात है कि ठाणे मनपा के  अंतर्गत वर्तकनगर और उथलसर प्रभाग समिति के अधिकारियों पर जो कार्यवाही की गई वह सरासर अन्याय है । अपराध करे कोई और सजा भुगते कोई। दुख की बात है कि इन परिसरों में सड़कों पर गड्ढे नहीं होने के बाद भी वहां के स्थानीय अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है । उन्होंने मांग की है कि इस कार्रवाई पर तुरंत स्थगन मिलना चाहिए

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