सड़क जाम से मुक्ति की कमान


सड़क जाम से मुक्ति की कमान 

संभालेंगे जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर

ठाणे।  ठाणे शहर में विकट होती  सड़क जाम की समस्या को लेकर राज्य सरकार कठघरे में आ गई है। इतना ही नहीं एमएसआरडीसी विभाग और ठाणे मनपा प्रशासन भी विवादों के घेरे में आ गया है।  ठाणे शहर की सड़कें  गड्ढामय होने के कारण जाम की भयंकर समस्या पैदा हो गई है।  जिसको लेकर राज्य शासन के साथ ही प्रशासन को भी लतार लगाई जा रही है। ऐसी विषम परिस्थिति में ठाणे जिले के पालकमंत्री और राज्य के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने ठाणे शहर की सड़कों की दुर्दशा पर गंभीर रुख अख्तियार किया । इस समस्या के समाधान के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया  गया है ।और इसका कमान ठाणे  जिलाधिकारी राजेश के हाथों में सौंपी गई है।  टास्क फोर्स के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी का  लगातार समन्वय बना रहेगा।
विदित हो कि पालकमंत्री एकनाथ शिंदे सड़कों पर हुए गड्ढों की समस्या से निजात के लिए टास्क फोर्स का गठन किया है । इसे विशेष अधिकार भी दिए गए हैं। शिंदे ने इस बात के विशेष निर्देश दिए हैं कि शहर के अंदरूनी भागों में दोपहर 12:00 बजे से लेकर शाम 4:00 बजे तक भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगी रहेगी। इसके साथ ही जेएनपीटी से आने वाले भारी वाहनों की आवाजाही को भी नियंत्रित किया जाएगा । सभी संबंधित एजेंसियों के संयुक्त बैठक में पालकमंत्री शिंदे में इन बातों का जिक्र किया।  पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने बैठक में सड़कों की मरम्मत का कार्य तत्काल पूरा करने का आदेश देते हुए यातायात पुलिस को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक भारी वाहनों के शहर में प्रवेश पर रोक लगाने के निर्देश दिये । ठाणे जिला अधिकारी कार्यालय में बैठक सभी संबंधित अधिकारियों को पालक मंत्री एकनाथ शिंदे ने कई निर्देश दिए। जबकि  इस अवसर पर ठाणे पुलिस आयुक्त जय जीत सिंह, जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर, ठाणे मनपा  आयुक्त विपिन शर्मा, कल्याण-डोंबिवली नगर आयुक्त विजय सूर्यवंशी, मीरा भायंदर  मनया आयुक्त दिलीप ढोले उपस्थित थे.। रायगढ़, पालघर जिला कलेक्टर, ठाणे, मीरा भायंदर, नवी मुंबई नगर आयुक्त, ठाणे, मीरा भायंदर, नवी मुंबई पुलिस आयुक्त, ठाणे ग्रामीण और पालघर पुलिस अधीक्षक, साथ ही लोक निर्माण विभाग, एमएमआरडीए, सिडको, एमएसआरडीसी, एनएचएआई, मेट्रो अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक में शामिल हुए । जबकि टास्क फोर्स में ठाणे के जिला कलेक्टर, लोक निर्माण विभाग के सचिव (सड़क), पीडब्ल्यूडी ठाणे के अभियंता, ठाणे मनपा  के अतिरिक्त आयुक्त, ठाणे पुलिस के उपायुक्त, परिवहन उपायुक्त, एमएमआरडीए, एमएसआरडीसी, एनएचएआई आदि  शामिल होंगे।  टास्क फोर्स के पास मानसून के मौसम से पहले सड़कों का निरीक्षण करने और मरम्मत की गुणवत्ता की निगरानी करने के साथ-साथ मानसून के मौसम में गड्ढों के मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अधिकार होगा। ऐसी बात पालकमंत्री शिंदे ने बैठक के दौरान अधिकारियों से कहीं।

गड्ढों के कारण वाहन चालकों को परेशानी हो रही है।  साथ ही शहर में भारी वाहन जाम की स्थिति पैदा कर रहे हैं।  इसे गंभीरता से लेते हुए.  शिंदे ने सभी संबंधित एजेंसियों के साथ शहर में सड़क मरम्मत कार्य का निरीक्षण किया और अपने कर्तव्य में विफल रहने वाले अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के भी आदेश दिए।  उन्होंने ठाणे और रायगढ़ के जिला कलेक्टरों को शहर की सीमा पर स्थायी ट्रक टर्मिनल स्थापित करने के लिए स्थान निर्धारित करने का भी निर्देश दिया।  इस अवसर पर पालक मंत्री एकनाथ शिंदे ने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार से निपटने में कठोरता बरतने का निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिया।  अपराधियों के खिलाफ कड़ाई से निपटे ताकि महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को नियंत्रित किया जा सके । इस दौरान बैठक में ठाणे के पुलिस आयुक्त नवी मुंबई और मीरा भायंदर, ठाणे और पालघर के पुलिस अधीक्षक, ठाणे के कलेक्टर और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे.। 

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