रिश्तों की डोर की तरह है पतंग

 रिश्तों की डोर की तरह है पतंग

पतंग महोत्सव परंपरा का द्योतक-सारंग मेढेकर  

ठाणे- इस टेक्नोलॉजी युग में समय के साथ त्योहारों में भी बदलाव नजर आ रहा है लेकिन पतंग महोत्सव एक परंपरा द्योतक है. इसलिए हम सभी को नए बच्चों को अपने हिन्दू त्योहारों की तरफ रुचि लाने के लिए इस प्रकार के महोत्सव का आयोजन करना चाहिए. साथ ही पतंग की डोर हमें रिश्तों को कैसे संजो कर रखना चाहिए यह भी बताता है. उक्त बातें ठाणे भाजपा के युवक इकाई के अध्यक्ष सारंग मेढेकर ने व्यक्त की. 
    ठाणे के घोडबंदर रोड स्थित आनंद नगर के ठाणे महानगर पालिका मैदान में आयुष्मान प्रतिष्ठान व ठाणे भाजपा इकाई के संयुक्त तत्वाधान में 'पतंग महोत्सव 2022' का आयोजन उपाध्यक्ष अंकित इंद्रेश राय के अगुवाई में किया गया था. इस मौके पर ठाणे भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष सारंग मेढेकर, भाजपा के प्रदेश सचिव संदीप लेले, पूर्व उप महापौर मुकेश मोकाशी, भाजपा उत्तर भारतीय मोर्चा के अध्यक्ष शैलेश मिश्रा, पोखरण मंडल अध्यक्ष संतोष जायसवाल, अनिमेष बनर्जी और दीपक सिंह, जगदीश मिश्रा, अक्षय तिवरमकर, अर्चना पाटिल, कौश्तुभ गायकवाड़, अजय सिंह, सौरभ सिंह, नितेश तेली, विनय सावंतसहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. इस दौरान अंकित राय ने कहा कि पिछले दो वर्षों तक वैश्विक कोरोना महामारी में लगी पाबंदियों के कारण बच्चे घर से निकल नहीं पा रहे थे. ऐसा लग रहा है कि कोरोना के संक्रमण काल में उनका बचपन रूठ सा गया है. जिसके कारण वे मोबाइल और टीवी आदि के जरिये अपना मनोरंजन करते दिखाई दे रहे है लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए घातक है. लेकिन अब कोरोना का संक्रमण खत्म हो चूका है. सभी कुछ नियमित हो चुका है. लेकिन इसके बावजूद बच्चों का खेल प्रति रूचि कम नजर आ रही है. इसलिए बच्चों को खेल के प्रति रुझान लाने और उन्हें अपनी परंपरा की जानकारी देने के उद्देश्य से वे पतंग महोत्सव का आयोजन किये है. जिसमें बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें मुफ्त में पतंग और मांजा उनकी संस्था द्वारा दिया गया और बच्चों के साथ बड़ों ने इस पतंगबाजी का लुफ्त उठाया. 

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